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500+ Raksha Bandhan Sad Shayari – दर्द भरे शब्द जो भाई-बहन के जज्बात बयां करें

रक्षा बंधन भाई-बहन के प्यार का त्योहार है। लेकिन जब कोई अपना दूर होता है या रिश्तों में दूरी आ जाती है, तो यह दिन दर्द भरा भी लग सकता है। अगर आप अकेले महसूस कर रहे हैं या किसी अपने को याद कर रहे हैं, तो ये Raksha Bandhan Sad Shayari आपके जज्बातों को शब्दों में बयां करने में मदद करेगी।

raksha bandhan sad shayari

जब राखी के धागे कलाई पर नहीं सजते,
दिल की गहराइयों में आँसू बस जाते।
यादों की परछाइयाँ जब घेर लेती हैं,
तो राखी का त्योहार अधूरा सा लगता है।

कुछ रिश्ते वक्त के साथ बदल जाते हैं,
पर यादें कभी धुंधली नहीं होतीं।
अगर आपकी राखी इस बार अधूरी है,
तो इन शायरियों के जरिए अपने दिल की बात कहें।

Raksha Bandhan Sad Shayari for Brother in Hindi 😢💔

raksha bandhan sad shayari

💔 भाई की याद में
राखी का त्यौहार आया है, पर तू नहीं है पास, 💔
तेरी यादों में भीग गई मेरी आँखों की प्यास। 😢

जब कलाई सूनी रह जाती है, 🥺
दिल में टीस सी उठ जाती है। 💔

वो हाथ जो कभी मेरी रक्षा करते थे,
आज मेरी आँखों में आँसू भर देते हैं। 😢

तू जहाँ भी है खुश रहना, भाई,
बस तेरा प्यार ही मेरी राखी है। 💖

इस बार राखी के धागे भी उदास हैं,
क्योंकि मेरा भाई मुझसे दूर है। 😔

बचपन के दिन याद आते हैं,
जब तू मेरे साथ हँसता-खेलता था। 😭

काश वो दिन लौट आते,
जब तू मेरी कलाई पर राखी बांधता था। 💕

राखी आई, पर तू नहीं,
दिल में बसी तेरी परछाईं। 🥀

बहन की राखी को तरस रही ये कलाई,
कभी तो लौट आ मेरे भाई! 💔😢

जब तेरे बिना राखी का दिन आता है,
दिल हजारों टुकड़ों में बंट जाता है। 💔

😭 यादों में भाई
यादों की राखी बांध दी मैंने,
कलाई सूनी सही, दिल में भाई बसा है। 💖

राखी के धागे कलाई तक न पहुंचे,
पर दिल से रिश्ता कभी न टूटे। 🤲

हर साल इंतजार करती हूँ,
पर तू नहीं आता, भाई। 😢

राखी के दिन भी तेरा इंतजार है,
तेरी यादें ही मेरी राखी का त्योहार है। 💔

काश तू मेरे पास होता,
राखी के दिन आँसू न आते। 😭

बहन की दुआएँ तुझ तक पहुँचे,
चाहे तू दुनिया के किसी भी कोने में हो। 🙏

कलाई सूनी रह गई,
पर प्यार अब भी वही है। 💖

मेरा भाई मेरी ताकत था,
आज उसकी यादें मेरी कमजोरी बन गई हैं। 😭

जब राखी के धागे उलझ जाते हैं,
दिल के जख्म हरे हो जाते हैं। 💔

मेरे हाथ में राखी,
पर तू कहीं दूर है भाई। 😢

🥺 अधूरी राखी
इस बार भी बहन की राखी अधूरी रह गई,
भाई की यादें आँखों में बस गईं। 😭

बचपन की वो राखियाँ याद आती हैं,
जब तू हँसते हुए हाथ बढ़ाता था। 💖

राखी पर बस तस्वीर देखती हूँ,
तेरा प्यार अब बस यादों में रहता है। 💔

भाई, इस बार राखी का दिन भी अकेला है,
तेरी हंसी की आवाज़ कानों में गूंजती है। 😢

तेरा नाम लिख दिया राखी पर,
पर तेरा स्पर्श कहां से लाऊं? 💔

तेरी यादें ही मेरी राखी हैं,
इस बार फिर अकेली हूँ। 😭

तेरे बिना ये त्योहार अधूरा सा लगता है,
जैसे बारिश बिना सावन सूना लगता है। 💔

भाई, तू लौट आ,
बहन की राखी तेरी राह तकती है। 😭

इस राखी में सिर्फ आँसू हैं,
कलाई पर कोई धागा नहीं। 💔

यादें काँच जैसी होती हैं,
हर बार चुभ जाती हैं। 😢

💔 भाई की याद में
राखी आई है, मगर तू नहीं आया,
तेरी यादों ने फिर से दिल भरमाया। 😢

कलाई मेरी सूनी है, दिल भी अधूरा,
भाई के बिना ये त्योहार है अधूरा। 💔

तेरे बिना राखी का त्यौहार भी अधूरा लगता है,
दिल हर साल बस तेरा इंतजार करता है। 😭

जब तू था तो हँसी थी, खुशियाँ थीं,
अब राखी पर सिर्फ आँखें नम होती हैं। 💖

यादों के धागों को समेटकर रखा है,
राखी पर तुझे याद कर आँसू बहाया है। 😢

राखी के धागे हाथों में नहीं बंधते,
मगर दिल के बंधन कभी नहीं टूटते। 💔

हर राखी पर तेरी कलाई तलाशती हूँ,
मगर अब बस तेरी तस्वीर से बात करती हूँ। 😭

तेरे बिना राखी का त्योहार अधूरा है,
दिल में तेरी यादों का नूरा है। 💕

कहाँ चला गया मेरा प्यारा भाई,
तेरी यादों ने फिर से दिल को रुला दिया। 😢

😭 यादों में भाई
भाई, तेरा साथ बचपन की सबसे प्यारी याद है,
तेरी यादों में हर साल राखी बरबाद है। 💔

तेरी कलाई सूनी नहीं होती थी,
अब मेरी आँखें भीग जाती हैं। 😢

मेरा भाई मेरी ताकत था,
आज तेरी यादें मेरी कमजोरी हैं। 💖

जब तू पास था तो राखी का मजा कुछ और था,
अब ये दिन तन्हाई का एहसास कराता है। 😭

तेरे बिना राखी अधूरी लगती है,
तेरे बिना बहन की हंसी भी फीकी लगती है। 💔

तेरा दूर जाना कितना खलता है,
राखी पर हर साल यह दिल जलता है। 😢

तेरी तस्वीर देखकर राखी बाँध लेती हूँ,
मगर मेरे आँसू इसे गीला कर देते हैं। 💖

राखी के दिन भी तेरा इंतजार करती हूँ,
कलाई सूनी रहे, मगर प्यार हमेशा रहेगा। 😭

भाई, तू जहाँ भी हो खुश रहना,
तेरी बहन तुझे हर साल राखी पर याद करती है। 💕

🥺 अधूरी राखी
इस बार भी बहन की राखी अधूरी रह गई,
तेरी यादें फिर आँखों में बस गईं। 😭

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राखी पर नाम तेरा लिखा है,
मगर तूने आकर इसे नहीं देखा। 💔

भाई, तेरी कमी हर त्योहार पर खलती है,
राखी के धागे भी अब मुरझा चुके हैं। 😢

काश वो दिन लौट आएं,
जब तू मेरे साथ था, राखी के दिन हँसता था। 💖

तेरे बिना राखी पर सिर्फ आँसू बचे हैं,
कलाई भी सूनी, दिल भी उदास है। 😭

राखी के दिन तेरा हाथ पकड़ने को दिल चाहता है,
मगर अब सिर्फ यादों से ही दिल बहलाता है। 💔

तेरे बिना राखी अधूरी है,
तेरी बहन तुझे हर साल पुकारती है। 😢

राखी का थाल सजा है,
पर भाई के बिना सब सूना है। 😭

राखी के दिन तेरा इंतजार किया,
दिल ने कहा – ‘काश तू लौट आता।’ 💖

😢 बिछड़े भाई के लिए शायरी
तेरी तस्वीर से ही राखी बांधती हूँ,
तेरी कमी दिल से नहीं जाती। 💔

राखी का दिन आकर फिर चला जाता है,
तेरी यादें दिल को तोड़ जाती हैं। 😢

तेरी कलाई को राखी के धागे खोज रहे हैं,
मगर तू बहुत दूर चला गया है। 💖

भाई, तू होता तो राखी कुछ और ही होती,
अब यह दिन बस यादों में ही खोता है। 😭

राखी के धागे भी इस बार टूट गए,
भाई के बिना राखी के मायने भी छूट गए। 💔

तेरा दूर जाना राखी के त्योहार को फीका कर गया,
तेरी यादों ने दिल को फिर से रुला दिया। 😢

💔 भाई की याद में
राखी आई है, मगर तू नहीं आया,
तेरी यादों ने फिर से दिल भरमाया। 😢

कलाई मेरी सूनी है, दिल भी अधूरा,
भाई के बिना ये त्योहार है अधूरा। 💔

तेरे बिना राखी का त्यौहार भी अधूरा लगता है,
दिल हर साल बस तेरा इंतजार करता है। 😭

जब तू था तो हँसी थी, खुशियाँ थीं,
अब राखी पर सिर्फ आँखें नम होती हैं। 💖

यादों के धागों को समेटकर रखा है,
राखी पर तुझे याद कर आँसू बहाया है। 😢

राखी के धागे हाथों में नहीं बंधते,
मगर दिल के बंधन कभी नहीं टूटते। 💔

हर राखी पर तेरी कलाई तलाशती हूँ,
मगर अब बस तेरी तस्वीर से बात करती हूँ। 😭

तेरे बिना राखी का त्योहार अधूरा है,
दिल में तेरी यादों का नूरा है। 💕

कहाँ चला गया मेरा प्यारा भाई,
तेरी यादों ने फिर से दिल को रुला दिया। 😢

😭 यादों में भाई
भाई, तेरा साथ बचपन की सबसे प्यारी याद है,
तेरी यादों में हर साल राखी बरबाद है। 💔

तेरी कलाई सूनी नहीं होती थी,
अब मेरी आँखें भीग जाती हैं। 😢

मेरा भाई मेरी ताकत था,
आज तेरी यादें मेरी कमजोरी हैं। 💖

जब तू पास था तो राखी का मजा कुछ और था,
अब ये दिन तन्हाई का एहसास कराता है। 😭

तेरे बिना राखी अधूरी लगती है,
तेरे बिना बहन की हंसी भी फीकी लगती है। 💔

तेरा दूर जाना कितना खलता है,
राखी पर हर साल यह दिल जलता है। 😢

तेरी तस्वीर देखकर राखी बाँध लेती हूँ,
मगर मेरे आँसू इसे गीला कर देते हैं। 💖

राखी के दिन भी तेरा इंतजार करती हूँ,
कलाई सूनी रहे, मगर प्यार हमेशा रहेगा। 😭

भाई, तू जहाँ भी हो खुश रहना,
तेरी बहन तुझे हर साल राखी पर याद करती है। 💕

🥺 अधूरी राखी
इस बार भी बहन की राखी अधूरी रह गई,
तेरी यादें फिर आँखों में बस गईं। 😭

राखी पर नाम तेरा लिखा है,
मगर तूने आकर इसे नहीं देखा। 💔

भाई, तेरी कमी हर त्योहार पर खलती है,
राखी के धागे भी अब मुरझा चुके हैं। 😢

काश वो दिन लौट आएं,
जब तू मेरे साथ था, राखी के दिन हँसता था। 💖

तेरे बिना राखी पर सिर्फ आँसू बचे हैं,
कलाई भी सूनी, दिल भी उदास है। 😭

राखी के दिन तेरा हाथ पकड़ने को दिल चाहता है,
मगर अब सिर्फ यादों से ही दिल बहलाता है। 💔

तेरे बिना राखी अधूरी है,
तेरी बहन तुझे हर साल पुकारती है। 😢

राखी का थाल सजा है,
पर भाई के बिना सब सूना है। 😭

राखी के दिन तेरा इंतजार किया,
दिल ने कहा – ‘काश तू लौट आता।’ 💖

😢 बिछड़े भाई के लिए शायरी
तेरी तस्वीर से ही राखी बांधती हूँ,
तेरी कमी दिल से नहीं जाती। 💔

राखी का दिन आकर फिर चला जाता है,
तेरी यादें दिल को तोड़ जाती हैं। 😢

तेरी कलाई को राखी के धागे खोज रहे हैं,
मगर तू बहुत दूर चला गया है। 💖

भाई, तू होता तो राखी कुछ और ही होती,
अब यह दिन बस यादों में ही खोता है। 😭

राखी के धागे भी इस बार टूट गए,
भाई के बिना राखी के मायने भी छूट गए। 💔

तेरा दूर जाना राखी के त्योहार को फीका कर गया,
तेरी यादों ने दिल को फिर से रुला दिया। 😢

राखी आई है, लेकिन तू नहीं आया,
तेरी यादों का बादल फिर आँखों में छाया। 💔

तेरी कलाई के लिए इस बार भी राखी सजी है,
मगर मेरे आँसू इसे हर साल भिगोते हैं। 😭

🌧️ बिछड़े भाई की याद में दर्द भरी शायरी
तेरे बिना राखी का दिन अधूरा लगता है,
दिल हर पल बस तेरा ही नाम जपता है। 💔

भाई, इस बार राखी पर तेरा नाम लिखा,
मगर हाथ बढ़ाने वाला कोई न था। 😢

तेरे बिना बहन भी अधूरी है,
राखी के दिन आँखें भी नम होती हैं। 💖

See also  500+ Sister Sad Shayari in India जो आपके दिल की बात कहें

राखी की थाली तो सजी है,
पर उसमें भाई का चेहरा नहीं दिखता। 😭

तेरी यादें इस राखी पर और गहरी हो गईं,
तेरी कमी फिर से आँखों में उतर आई। 💔

राखी का धागा अब तेरी यादों से बंधा है,
दिल हर साल तेरे इंतजार में रोता है। 😢

तेरे बिना राखी बस एक रस्म बन गई,
तेरी बहन के लिए ये खुशी गम बन गई। 💖

राखी पर भाई का प्यार चाहिए था,
मगर तक़दीर ने दूर कर दिया। 😭

तेरी हंसी की गूंज अब भी कानों में आती है,
मगर हकीकत में तेरा साया भी नहीं दिखता। 💔

💔 भाई की याद में
राखी आई पर तू नहीं आया,
तेरी यादों ने फिर से दिल भरमाया। 😢

तेरे बिना कलाई सूनी लगती है,
दिल तेरी हंसी को तरसता है। 💔

तेरी यादों का दीप जलता है,
राखी पर हर साल दिल तड़पता है। 😭

बचपन की राखियाँ याद आती हैं,
तेरी कमी हर बार रुलाती है। 💖

राखी के धागे अधूरे हैं,
कलाई पर बस तेरी यादें हैं। 😢

तेरे बिना यह दिन फीका सा है,
दिल में बस ग़मों का दरिया सा है। 💔

तेरी हंसी अब सिर्फ यादों में है,
राखी पर बहन अकेली खड़ी है। 😭

राखी पर हाथ बढ़ाने वाला नहीं,
आँखों में आँसू रोकने वाला नहीं। 💕

तेरी कलाई के बिना राखी अधूरी लगती है,
हर साल बहन तुझसे मिलने को तरसती है। 😢

😭 यादों में भाई
तेरे बिना राखी सूनी-सूनी लगती है,
तेरी यादें आँखों से बहती हैं। 💔

काश, यह राखी तुझ तक पहुंच जाती,
तेरी बहन का प्यार तुझे छू जाता। 😢

भाई, तू जहाँ भी है खुश रहना,
तेरी बहन तुझे हर साल याद करती है। 💖

राखी का त्योहार अब रुलाने लगा है,
तेरी यादों में हर दिन गुजराने लगा है। 😭

तेरा दूर जाना राखी को भी अकेला कर गया,
इस दिन मेरी आँखों में बस समंदर भर गया। 💔

तेरी तस्वीर से ही राखी बांधती हूँ,
मगर मेरा दिल फिर भी तुझे ढूंढता है। 😢

तेरे बिना राखी का रंग भी फीका पड़ गया,
तेरी बहन का प्यार तुझ तक न पहुंच पाया। 💖

राखी पर अब घर सूना-सूना लगता है,
तेरी हंसी के बिना सब अधूरा लगता है। 😭

तेरी कमी हर राखी पर महसूस होती है,
दिल की तड़प आँखों से बयां होती है। 💔

🥺 अधूरी राखी
इस राखी पर तुझे बहुत याद किया,
तेरी गैरमौजूदगी ने हर लम्हा दर्द दिया। 😢

राखी के धागे तो हैं, मगर तेरा हाथ नहीं,
दिल तेरा साथ चाहता है, मगर तू पास नहीं। 💔

तेरा नाम लिख दिया राखी पर,
मगर तेरा आशीर्वाद कहाँ से लाऊं? 😭

भाई, इस राखी पर फिर अकेली हूँ,
तेरे बिना हर खुशी अधूरी लगती है। 💖

तेरे बिना राखी भी त्योहार नहीं लगती,
बस आँखों से बहते आँसू ही दिखते हैं। 😢

राखी के धागे भी अब सूखने लगे हैं,
तेरी बहन की आँखों में आंसू भरने लगे हैं। 💔

काश, तेरा प्यार किसी तरह लौट आता,
राखी का त्योहार फिर से हँसाता। 😭

तेरे बिना राखी पर कुछ भी अच्छा नहीं लगता,
दिल में हर साल बस तेरी यादें सजती हैं। 💕

राखी पर हाथ में धागे नहीं,
बस आँसू और तेरी यादें रह गई हैं। 😢

😢 बिछड़े भाई के लिए शायरी
तेरी बहन ने राखी तैयार कर रखी थी,
मगर तेरे हाथ तक यह कभी पहुँच न सकी। 💔

राखी के धागे अब तुझसे दूर हो गए,
तेरी यादें मेरे दिल में मजबूर हो गए। 😢

तेरी कलाई की जगह तस्वीर थाम ली,
आँखों में बहते अश्कों को महसूस कर लिया। 💖

भाई, तेरा प्यार मेरे लिए सबसे अनमोल था,
अब राखी पर सिर्फ तेरा इंतजार रह गया। 😭

राखी के धागे भी अब मुरझाने लगे हैं,
तेरे बिना खुशियाँ भी डराने लगी हैं। 💔

तेरा दूर जाना राखी के त्योहार को अधूरा कर गया,
तेरी यादें मेरी आँखों को फिर से भिगो गईं। 😢

भाई, तू जहाँ भी हो खुश रहना,
तेरी बहन का प्यार तुझसे दूर नहीं जाना। 💖

राखी पर भाई का प्यार चाहिए था,
मगर तक़दीर ने उसे भी दूर कर दिया। 😭

🌧️ बिछड़े भाई की याद में दर्द भरी शायरी
तेरी बहन राखी लेकर बैठी है,
मगर तेरा इंतजार ही उसकी तक़दीर बनी है। 😢

कलाई मेरी सूनी है, दिल भी अधूरा,
भाई के बिना यह त्योहार भी अधूरा। 💔

राखी का थाल तो सजा लिया,
मगर भाई को बुलाने वाला कोई नहीं। 😭

तेरी हंसी अब सिर्फ यादों में है,
राखी पर बहन तेरा इंतजार कर रही है। 💖

राखी के धागे भी इस बार टूट गए,
भाई के बिना राखी के मायने भी छूट गए। 💔

तेरे बिना राखी पर खुशियाँ भी उदास हैं,
तेरी बहन की आँखों में बस आँसू बचे हैं। 😢

राखी का त्योहार अब अधूरा लगता है,
तेरी यादें ही बस संबल बनती हैं। 💖

काश, राखी के धागे तुझ तक पहुँच पाते,
तेरी बहन तुझे फिर से राखी बांध पाती। 😭

Conclusion:

रक्षा बंधन सिर्फ मिठाइयों और उपहारों का दिन नहीं होता, बल्कि यह रिश्तों की गहराई को महसूस करने का भी मौका देता है। अगर इस बार आप अपनों से दूर हैं, तो अपनी भावनाओं को शब्दों में ढालें और इस Raksha Bandhan Sad Shayari के जरिए अपने दिल की बात कहें। यह शायरियां उन यादों को ताजा करेंगी जो कभी धुंधली नहीं हो सकतीं।

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